Home SSC 8th Class हिंदी ( क्लास - VIII )

प्यारा गाँव

प्यारा गाँव

 

                

प्रशन :

1.इस चित्र में क्या -क्या दिखायी देरहे हैं ?

ज.इस चित्र में पटवात ,पेड ,घर ,खेत,पक्षियाँ,गाय ,बैलगाडी,बस ,हल ,साइकिल,बैल ,आदमी,किसान आदि दिखायी दे रहे हैं !

2.कौन क्या कर रहे हैं ?

ज.किसान खेत जोत रहा हैं !एक आदमी साइकिल चला रहा है!एक आदमी हल लेकर जा रहा है !और एक आदमी बैल  गाडी  चला रहा है !पक्षियाँ  उड रहे हैं!गाय घास चर रही हैं !

3.इस चित्र में तुम्हें कौन-स दृश्य सबसे अच्छा लगा और क्यों ?

जिस चित्र में मुझे दूर के पर्वत और आसमान में चा गये बादल और आसमान में उडने वाली पक्षी आदि दुश्य सब से अच्छे लगे !क्योंकि ये प्राकृतिक दुश्य हैं !

शब्दार्थ:

प्यारा=प्रिय

गाँव =ग्राम

गर्मी =धुप

भीड़ =जनसमूह

जगह=स्थान

शाम=सायंकाल

किनारा=तट

किसान=कृषक

पशु =जानवर

हरियाली =हरे-भरे पेड -पौधों  का समूह

घर=मकान

लाड-प्यार=प्यारा

ह्मणा=भ्रमण करना ,

लुहार =लोहे का काम करनेवाला ,

खुरपी =छिलने का एक औजार ,

हथौडा= पत्थर को ठोंकने का एक औजार

फावडा=बेलचा

पहिया=चक्र

बनाना=तैयार करना

बरतन =पात्र

घडा=मटका

मटका =माट

हंडी=मिट्टी का बर्तन

कुम्हार=मिट्टी के पात्र बनानेवाला

कपडे =वस्त्र

जुलाहा =कपडे बनाने वाला

मशीन=यंत्र

हाथ=कर

बढ़ई=लकडी से विविध वस्तुबनने वाला

आभूषण =गबन

सुनार=सोने से आभूषण बननेवाला

बंसोर=बाँस से विविध वस्तु ए बनानेवाला

मेहनत =परिश्रम

अन्न =धान्य

भूख =क्षुधा

बसना=वास होना

वास्तव=सहज

सही=ठीक

बेटी =पुत्री

वास्तव=यदार्थ

गली=विधि

जगह =स्थान  

प्रत्यय:

प्यारा   -   आ

टोकरी  -   ई

हथकरघा  -  करघा

सहायता  -   ता

अंगूठी   -    ई

प्यारी    -    ई

मिलजुल -   जुल

बैलगाडी -   गाडी

पर्यायवाची शब्द :

गाँव     -   देहात

किसान  -  कृषक

दूध      -  क्षीर ,पय

सामान  -   वस्तु

गली     -   वीधी

रात      -  यामिनी

सबेरे    -   प्रात :काल

पशु     -    जानवर

बच्चा    -    लडका

बेटी     -    लडकी,पुत्री

सहायता  -    मदद

सही      -    ठीक

शाम      -    सायंकाल

घर       -     मकान

काम     -      कार्य

हाथ      -     कर

दिन      -     रोज़

सच       -    सत्य

मुहावरे वाले शब्द :

1.निकल जाना              =अपने स्थान से आगे बढ़ जाना !      ;वे दोनों आगे निकल गये !

2.मिलजुलकर रहना        =प्रेम तथा सदभावना के साथ रहना!

                                   आपस में सबको मिलजुलकर रहना चाहिए !

3.चलना                     =गतिशील होना   ;हमेशा  लक्ष्य की ओर चलना चाहिए !         

सुनो-बोलो :

1.चित्र में की -क्या दिखाई दे रहे हैं ?

ज.चित्र में दादाजी खडे हुए हैं !उनके सामने रानी और रमेश खडे हुए हैं !दूसरे चित्र में एक लुहार लोहे का काम कर रहा है!तीसरे चित्र में एक कुम्हार के चक्र पर मिट्टीके बर्तन बना रहा है !

चौथे चित्र में एक जुलाहा/हथकरघे  पर कपडे बन रहा है !पाँचवे चित्र में दो बढ़ई  लकडी का काम कर रहे

हैं!छठवे चित्र में एक सुनार सोने का काम कर  रहा है! सातवे चित्र में एक बँसोर टोकरी बना रहा है !

  आखिरी चित्र में एक किसान हल और बैलों की सहायता से खेत जोत रहा है !

2.आपके गाँव में क्या -की देखने को मिलते हैं?

ज.हमारे गाँव में तो गाँव की हरियाली देखने को मिलती है!घाटों  पर धोबी कपडे धोते  दिखायी  देते हैं! किसान खेतों में काम करते दिखायी देते हैं !हमारे गाँव के प्राथमिक आरोग्य केंद्र  में डॉक्टरों को भी देख सकते हैं !कई उद्योग धंधे वाले भी देखने को मिलते हैं !जैसे -बढ़ई ,कुम्हार ,लुहार ,सुनार और बँसोर अदि !जुलाहे और चमार भी देखने को मिलते हैं !

पढ़ो :

अ )नीचे दिये  गये वाक्यों के अर्थ बतलाने वाले शब्द पाठ्य -पुस्तक  में से ढूँढ़ो और लिखो !

अ)गरमी के दिनों  में इसमें पानी ठंडा  रहता है!  

मटका

आ) छोटे बच्चे इससे खेलते हैं!                         

खिलौना

इ) इन्हें राष्ट्रपिता कहते हैं !                              

गांधीजी

 

आ) नीचे अधूरे वाक्य दिये गये हैं ,उन्हें पूरा करो !

     अ)सामने कमलेश काका अ रहे हैं !इन्हें ............      (प्रणाम करो )

     आ )दामोदर दादा गाँववालों के लिए .............

                                 (मिट्टी  के बरतन जैसे   घडे,मटके  ,हंडी,मिट्टी के खिलौने अदि बनाते हैं !)

लिखो :

अ)नीचे दिये  गये प्रशनों के उत्तर लिखो !

1.हर किसी में कला ,कौशल ,प्रतिभा होती है,जिससे हम व्यवसाय कर सकते हैं!तुम्हें  कौन -सा व्यवसाय पसंद है और क्यों ?

ज.मुझे बढ़ई  का काम पसंद है !क्योंकि लकडी से कई प्रकार के खिलौने  और कलाकृतियाँ बना सकते हैं!

लकडी से नाजुक कालखंड का काम भी कर सकते हैं १

2. अपने गाँव के बारे में लिखो !

ज.मेरा गाँव सुंदर गाँव है!मेरे गाँव में मंदिर ,तालाब,बरगद के पेड ,खेत,सुंदर पशु-पक्षी ,बगीचे आदि हैं!गाँव की  हरियाली देखने लायक है!यहाँ सभी तरह के काम करने वाले रहते हैं! यहाँ  के लोग एक दूसरे की सहायता करते हैं और मिलजुलकर रहते हैं !

आ) किसी एक घरेलू उद्योग के बारे में लिखो !

. घर के पास हमारे लिए उपयोग की वस्तु ओ को बनाने ले लिए जो छोटे  उद्योग  स्थापित किये जाते हैं उन्हें घरेलु -उद्योग  कहते हैं !

हथकरघा :गाँव में जो लीग कपड़ा  बनने का काम करते हैं !उन्हें जुलाहा करते हैं !जुलाहा परिवार में स्त्री -पुरुष  सब मिलकर सूत काटने ,कपड़ा  बुनने और कपड़े पर रंगाई का काम करने में लगे रहते हैं !भारत में हथकरघे का पेशा प्राचीन और प्रसिदध है!पुराने ज़मानेमें हाथ का बना महीन कपड़ा दियासलाई की डिबिया  में रखकर विदेश  भेजा जाता था !भारत में हथकरघे से बना कपड़ा आज भी विश्व भर  में प्रसिदध  है !यह एक प्रमुख घरेलू-उद्योग  है !आन्ध्र प्रदेश में नारायणपेट ,घटवाल,पोचमपल्ली ,चिराला ,भीमवरम,धर्मावरम ,वेंकटगिरि  आदि स्थानों  पर साड़ियाँ छी बनायी जाती हैं!

शब्द भंडार :

लुहार ,कुम्हार,जुलाहा ,सुनार,बंसोर शब्दों के अर्थ तेलुगु या अंग्रेज़ी में लिखो !

लुहार     కుమ్మరి 

कुम्हार    కుమ్మరి

जुलाहा    సాలెవాడు

सुनार      కంసాలి 

बंसोर     వెదురు బట్టలు అల్లేవాడు 

सृजनात्मक अभिव्यक्ति :

कल्पना करो कि यदि दादाजी  शहर आते तो वे वहाँ  के बारे में क्या कहते ?

ज. यदि दादाजी शहर आते तो वे वहाँ के बारे में इस प्रकार कहते-शहर में कई कारखाने होते हैं !यहाँ की सुविधाएँहोती हैं !रेलगाडी,बस ,मोटर ,हवाई जहाज़ आदि भी होते हैं !अस्पताल भी होते हैं !पुलीसशहर का पर्यवेक्षण करते हैं! बैंक होते हैं ! पाठशालाएँ,विशवविधलय होते हैं !शहर के लोगों के मनोरंजन के लिए सिनेमाघर होते हैं !पार्क होते हैं !शहर के रस्ते बडे तथा विशाल होते हैं !

शहर में कई व्यवसायावाले रहते हैं !शहर सब तरह के व्यापारों के लिए अडडा है!शहरों नगरपालिक भवन ,अदलात ,पुलीस स्टेशन अदि भी होते हैं!शहरों में सडकों पर पुलीस खडेहोकर सडकों के नियमों का पालन  करने में सहायक होते हैं !

शहरों से ही जातीय आय अधिक मिल रहा है!वैज्ञानिक एव पारिश्रामिक प्रगति हमे शहरों में अधिक दिखाई देता है !

प्रशंसा :

अपनी कला-कौशल  ओर प्रतिभा को देखते हुए तुम कौनसा काम करना पसंद करोगे ?

अपने पसंदीदा  क्षेत्र  में आगे बढ़ने के लिए क्या करोगे ?

. मैं  एक परिश्रमी छात्र हूँ !हर काम मैं लगन से करता हूँ !मन में विशवास रखकर सुख या दुःख का परवाह न करते हुए अपने लक्ष्य  तक पहुँचना चाहता हूँ !हर एक व्यक्ति में अपने -अपने कौशल होते हैं!मैं भी अपने मन चाहे कला-कौशल में प्रतिभा दिखाने की आशा रखता हूँ !बचपन से ही कम्प्यूटर्स मेरा सबसे प्रिय विषय है!इस विषय में मेरी बडी रूचि है १इसे चाव व् लग्न से पढ़ता हूँ १और अपना बहुत सा समय कम्प्यूटर पर बिताता हूँ १घ्र पर मेरा अपना एक मल्टी मीडिया  कम्प्यूटर है !इस पर मैं इंटरनेट का प्रयोग भी करता हूँ !स्कुल में इस विषय की विस्तृत पढायी कराई जाती है !

 एक बडे कम्प्यूटर विशेषज्ञ बनने की मेरी अभिलाषा है !मुझ में ऐसा होने की तीव्र इच्छा शाक्ति  और योग्यता भी है !मेरे अध्यापक  गण भी इस क्षेत्र में मुझे प्रोत्साहन देकर बडे  संतुष्ट है !घर पर माता-पिता भी मुझे प्रोत्साहन देते हुए मेरी आकांक्षा  को सफल बना रहे हैं!

पढाई के बाद मैं कम्प्यूटर संबंधी अनेक प्रामाणिक  संस्था ओ  से विशेष ज्ञान  प्राप्त   करूँगा ! इस विषय संबंधी  महत्वपूर्ण विषयों की  पुस्तकें भी मेरे घर में हैं !जेब खर्च  के लिए दिये पैसों का भी मैं इसी विषय सिखने खर्च करता हूँ !इस क्षेत्र  में अनेक बडी -बडी संभावनाएँ हैं !मैं अपनी प्रतिभा  से कम्प्यूटर विषय में एक विशेषज्ञ बनना चाहता हूँ !इसके लिए  सतत प्रयत्नशील रहूँगा!

परियोजना कार्य :

विभिन्न बुद्विमता ओ के व्यवसायों के चित्र इकटठा करो !कक्षा में प्रदर्शित करो !

ज.   लुहार        कुम्हार        जुलाहा       बढ़ई

    बँसोर         सुनार       किसान       पुरोहित     धोबी

भाषा की बात :

अ) नीचे दिया  गया अनुच्छेद पढ़ो !

  रानी और रमेश आठवीं कक्षा में पढ़ते हैं !गर्मी की छुट्टियों में दादाजी  उन्हें अपने गाँव  ले जाने के लिए आये !सब मिलाकर सबेरे रेल से निकले !गाड़ी में बड़ी  भीड़  थी! फिर भी जैसे-तैसे बैठने की जगह मिल  गयी !शाम तक गाँव  पहुँच गए !वहाँ स्टेशन के पास चाचाजी बैलगाड़ी लेकर तैयार थे ! बैलगाड़ी  खेतों  के किनारे-किनारे चलने लगी !खेतों में किसान काम कर रहे थे!पशु चर रहे थे !गाँव की  हरियाली देखने लायक थी !बातों -बातों में घर आ गया !दादीजी से मिले !दादीजी ने बहुत लाड़प्यार किया सबेरे दोनों  दूध  पीकर दादाजी के साथ गाँव  घूमने निकले !

ऊपर दिये अनुच्छेद में रानी,गाँव,भीड,पशु,हरियाली और दूध शब्द किसी व्यक्ति ,प्राणी,  वस्तु , स्थान अथवा भाव का बोध कराते हैं १ेसे शब्दों  को संज्ञा कहते हैं !संज्ञा के पाँच भेद हैं !वे हैं –

1.जातिवाचक संज्ञा   : जिस संज्ञा शब्द से किसी संपूर्णजाती का बोध हो ,वह जातिवाचक संज्ञा कहलाता है!

उदा:लडका खेलता है !

2.व्यक्तिवाचक संज्ञा   : किसी विशेष व्यक्ति ,वास्तु ,स्थान का बोध कराने वाले शब्द व्यत्तिवाचक संज्ञा कहलाते हैं !

उदा : रामु खेलता है!

3.भाववाचक संज्ञा   : जिन शब्दों से किसी गुण,स्वाभाव ,दशा का बोध हो ,वे भाववाचक संज्ञा कहलाते हैं!

उदा: सुख-दुख आते जाते रहते हैं !

4.समुदायवाचक संज्ञा   ; ऐसे शब्द ,जो किसी विशेष समुदाय या समूह का बिध कराते हैं ,वे समुदायवाचक संज्ञा कहलाते हैं !

उदा :सेना देश की रक्षा करती है!

5.द्रव्यवाचक संज्ञा   : जो शब्द द्रव्य या विभिन्न धातु अउ का बोध कराते हैं,वे द्रव्यवाचक संज्ञा कहलाते हैं !

उदा:स्वच्छ  जल पीना चाहिए !

आ) नीचे दिए गए वाक्य पढ़ो !इसमें आये संज्ञा शब्द ढूँढ़ो!रेखांकित करो !

1.रानी पढ़ती है!                    ज.  1.रानी पढ़ती है !

2.बालक खा रहा है !                   2.बालक खा रहा है !

3.हरियाली अच्छी होती है !          3.हरियाली अच्छी होती है !